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1 करोड 10 लाख छात्रों ने किया अप्लाई - क्या आप तैयार है Group D Vacancy 2025?



1 करोड 10 लाख छात्रों ने किया अप्लाई - क्या आप तैयार है Group D Vacancy 2025?

देशभर में लाखों युवाओं के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है - Group D Vacancy 2025। रेलवे द्वारा जारी की गई इस बहुप्रतीक्षित भर्ती में इस बार करीब 1 करोड़ 10 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने आवेदन किया है। यह संख्या अपने आप में एक रिकॉर्ड है और इससे इस परीक्षा की प्रतिस्पर्धा का अंदाजा लगाया जा सकता है। आइए जानते हैं Group D भर्ती से जुड़ी हर जरूरी जानकारी, तैयारी की रणनीति, और आखिर में यह भी कि क्या आप इस चुनौती के लिए वाकई तैयार हैं?
 

Group D Vacancy 2025: आखिर क्या है यह भर्ती?

Group D के अंतर्गत रेलवे में विभिन्न प्रकार के पदों की भर्ती की जाती है जैसे:
  • ट्रैक मेंटेनर
  • हेल्पर
  • असिस्टेंट पॉइंट्समैन
  • हॉस्पिटल अटेंडेंट

इस भर्ती का आयोजन रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड (RRB) द्वारा किया जाता है और यह पूरे भारत में रेलवे जोनों के लिए होती है। इस बार कुल पदों की संख्या लगभग 1.8 लाख बताई जा रही है।
 

इतनी बड़ी संख्या में आवेदन क्यों?

भारत में सरकारी नौकरी का क्रेज हमेशा से रहा है, खासकर उन नौकरियों का जिनमें योग्यता 10वीं या 12वीं पास हो। Group D भर्ती में यह योग्यता और सरकारी नौकरी की स्थिरता का मेल लाखों युवाओं को आकर्षित करता है।
  1. परीक्षा का लेवल आसान होता है
  2. शारीरिक स्वास्थ्य वालों के लिए सुनहरा मौका
  3. ग्रामीण और छोटे शहरों से उम्मीदवारों की बड़ी संख्या

इन कारणों से हर बार Group D में आवेदन करने वालों की संख्या करोड़ों में पहुंच जाती है।
परीक्षा का पैटर्न और सिलेबस

Group D भर्ती में आमतौर पर तीन चरण होते हैं:
  1. कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT)
  2. फिजिकल एफिशिएंसी टेस्ट (PET)
  3. डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और मेडिकल टेस्ट
  4. CBT में पूछे जाने वाले विषय:
  5. गणित (Maths)
  6. जनरल इंटेलिजेंस और रीजनिंग
  7. जनरल साइंस
  8. करंट अफेयर्स और जनरल अवेयरनेस

यह परीक्षा कुल 100 अंकों की होती है और इसमें निगेटिव मार्किंग भी होती है, इतनी भीड़ में सफल कैसे हों? तैयारी की रणनीति

  • सबसे पहले अपने सिलेबस को पूरा पढ़ें और टॉपिक वाइज तैयारी करें।
  • हर दिन का प्लान तय करें और उस पर डटे रहें। रोज 6–8 घंटे की पढ़ाई करें।
  • इससे परीक्षा का पैटर्न समझ आएगा और आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।
  • ऑनलाइन मॉक टेस्ट से स्पीड और एक्यूरेसी दोनों में सुधार होगा।
  • PET में फेल हो गए तो CBT पास करने का कोई फायदा नहीं। हर दिन रनिंग और फिजिकल एक्टिविटी में समय दें। चुनौती बड़ी है, लेकिन मौका भी खास है

1 करोड़ 10 लाख उम्मीदवारों के बीच अपनी पहचान बनाना आसान नहीं है, लेकिन असंभव भी नहीं।
आपको मेहनत करनी है, लेकिन स्मार्ट तरीके से।
समय की कीमत समझनी है और distractions से बचना है।
रोज खुद से सवाल पूछना है, क्या मैं आज पहले से बेहतर हुआ?
क्या आप तैयार हैं?

Group D सिर्फ एक नौकरी नहीं, लाखों युवाओं के सपनों का रास्ता है। यह परीक्षा सिर्फ नॉलेज की नहीं, आपकी इच्छाशक्ति, अनुशासन और समर्पण की परीक्षा है।

आज से शुरुआत कीजिए – चाहे आपने अभी फॉर्म भरा हो या पहले से तैयारी में लगे हों। इस भीड़ में जो गंभीरता से, पूरे समर्पण के साथ मेहनत करेगा – सफलता उसी की होगी।
अंत में एक सलाह

भाई, मेहनत में कोई शॉर्टकट नहीं होता। बस अपने लक्ष्य को रोज याद करो और खुद से वादा करो – "मैं करूंगा, और जरूर करूंगा।"

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